नजमा परवीन ने कहा कि मुस्लिम बेटियों को भी आगे बढ़ने, शिक्षा पाने का पूरा अधिकार है. जो मौलाना इन बेटियों को भड़का रहे हैं, इन पर 5 लाख इनाम दे रहे हैं तो क्या इससे इनकी जिंदगी का गुजर बसर हो पायेगा. मेरा उन मुस्लिम बेटियों से यही अपील है कि वे धर्म के आड़ में बहकना छोड़कर अपनी शिक्षा पर ध्यान दें और इस तरह के कार्यो से अपने कदम पीछे खींच लें.

हिजाब विवाद पर सियासत गरमा गई है. विपक्ष के सियासी दिग्गजों के बीच ही अलग-अलग सुर उभर रहे हैं. वहीं हिजाब प्रकरण के धार्मिक और सियासी मुद्दा बन जाने से वाराणसी की मुस्लिम महिलाएं और युवतियां चिंतित हैं. जानें किसने क्या कहा…
नजमा परवीन ने की निंदा
नजम परवीन ने कहा कि जिस मुस्लिम बेटी ने हिजाब को लेकर कहा कि हिजाब लगाना उसका अधिकार है, उस बेटी से यही पूछना चाहूंगी कि उस प्रकरण के एक दिन पहले की उसकी फोटो में वो जीन्स टॉप पहनकर घूम रही है. क्या वहां हिजाब लगाना उसका अधिकार नहीं है.
बस स्कूल में हिजाब लगाना जरूरी है. इसलिए इस तरह के कार्यो की हम बनारस की मुस्लिम बेटियां निंदा करती हैं.
वर्तमान समय महिलाओं का है- नाजनीन अंसारी
नाजनीन अंसारी, मुस्लिम फाउंडेशन महिला सदर ने बताया कि वर्तमान समय महिलाओं का चल रहा है. पूरी दुनिया कह रही है कि महिलाओं की भागीदारी बढ़नी चाहिए. ऐसे में मुस्लिम बेटियों को बुर्के में फंसाकर साजिश रची जा रही है. जहां बहुविवाह, हलाला, तीन तलाक, विवाह अधिनियम इन सारी चीजों पर बात होनी चाहिए, वहां इस तरह के मुद्दे उत्पन्न कर मुस्लिम समाज के लोग बेटियों को गर्त में ढकेलने की साजिश कर रहे हैं. इस तरह के हिजाब प्रकरण का हमलोग विरोध करते हैं क्योंकि किसी भी स्कूल में हम जाते हैं, वहां एक अनुशासन होता है. यदि हम उसका पालन नहीं करते हैं तो वहां जाने का हमारा कोई मतलब नहीं है.
धर्म की आड़ में प्राप्त करना चाहते हैं राजनीतिक सत्ता- नाजनीन अंसारी
नाजनीन अंसारी ने कहा कि हम जबर्दस्ती कहे कि हम नकाब लगाकर बैठेंगे स्कूल में तो यह उस स्कूल को तोड़ने की साज़िश है. ये चीन के खिलाफ क्यों नहीं बोलते हैं क्योंकि उससे ये लोग डरते हैं. ये लोग सिर्फ भारत, हिंदुत्व को बदनाम करने के लिए ये सब करते हैं. आप इन मुस्लिम बेटियों को नारे लगाने के लिए 5 लाख रुपये दे रहे हैं तो उन मुस्लिम महिलाओं को रुपये दीजिये, जिनको तीन तलाक देकर रातों रात घर के बाहर निकाल दिया जाता है. ये लोग सिर्फ धर्म की आड़ में राजनीतिक सत्ता को प्राप्त करने के लिए ये सब करते हैं.
हिजाब की मांग नाजायज- अर्चना भारतवंशी
अर्चना भारतवंशी, महासचिव, विशाल भारत संस्थान ने हिजाब को लेकर कहा कि जिस तरह की मांगें मुस्लिम समुदाय की बेटियां कर रही है, वे बिल्कुल भी जायज नहीं है. ये मुस्लिम कौम की बेटियों को पीछे ढकेलने की साजिश हो रही है, जो मुल्ला और मौलवियों द्वारा की जा रही है. इसकी हम लोग घोर निंदा करते हैं और उस समाज की बेटियों से अपील करते हैं कि आपके खिलाफ षड्यंत्र रचा जा रहा है. आप जागिये. हिन्दू समाज में भी सती प्रथा थीं. जो प्रथाएं गलत थी, उसको समय के साथ त्याग दिया गया. ये कोई जरूरी नहीं है कि आपकी जो प्रथाएं चल रही हैं, आप उसे आगे तक समाज में लेकर जाए. अगर वो प्रथा गलत है तो आप उसे त्यागिये.
जो चीज गलत है, उसका विरोध करिये- अर्चना भारतवंशी
अर्चना भारतवंशी ने कहा कि पुलिसिंग में जाने पर क्या आप नकाब लगाकर जाएंगी. अगर आप चांद पर अपना पहला कदम रखेंगी तो क्या नकाब लगाकर रखेंगी. आप कोई भी कार्य करने जाती हैं तो क्या नकाब लगाकर करती हैं. अगर आप वोट डालने जाएंगी तो नकाब लगाकर जाएंगी? तो जो चीज गलत है, उसका विरोध करिये और हर स्कूल में यूनिफॉर्म होना चाहिए. नहीं तो कल के दिन को बाकी लोग डिमांड करने लगेंगे कि हम भगवा गमछा लेकर स्कूल जाएंगे. हम चुनरी ओढ़कर स्कूल जाएंगे तो किसकी किसकी मांगे मानी जायेंगी.
अफवाह पर नहीं देना चाहिए ध्यान- अर्चना भारतवंशी
अर्चना भारतवंशी ने कहा कि इस वक्त चुनाव को लेकर जो लोग गलत बातें और अफवाह फैला रहे हैं, उससे सबको जागरूक होना चाहिए और कर्नाटक की जिस मुस्लिम बेटी ने हिजाब का समर्थन किया है, उसकी व्यक्तिगत जिंदगी को आप देखेंगे तो वो जीन्स पहनती हैं. बिना हिजाब के आराम से पब्लिक प्लेस पर घूमती हैं. मुस्लिम लड़कियों को बहकाने के लिए उसको मौलवी द्वारा प्लांट किया गया है. इस षड्यंत्र को मुस्लिम बेटियों को समझना चाहिए और आगे बढ़कर उस मुस्लिम बेटी की निंदा करनी चाहिए.