
चित्रकूट।महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय एक लाख प्रज्वलित दीपों के माध्यम से श्रीराम नवमी पर्व पर आयोजित चित्रकूट गौरव कार्यक्रम में शामिल होगा। इस आशय का निर्णय कुलपति प्रो भरत मिश्रा की अध्यक्षता में कल सम्पन्न बैठक में लिया गया। कुलपति प्रो भरत मिश्रा के अनुसार चित्रकूट गौरव के प्रज्वलित किये जाने वाले एक लाख दीप प्रज्वलन में आने वाला व्यय विश्वविद्यालय के शासकीय मद से नही , गत वर्ष की भांति ग्रामोदय परिवार स्वयं करेगा।
ज्ञातव्य हो कि जनसहभागिता से सतना व चित्रकूट जिले की सीमा में स्थित चित्रकूटधाम तीर्थ में विगत वर्ष की भांति चित्रकूट गौरव कार्यक्रम श्रीराम नवमी, 30 मार्च 2023 को पूरी भव्यता व आकर्षक ढंग से होगा।
महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय को स्फटिक शिला पहाड़ी से सटे सतना – चित्रकूट मार्ग के निकट न्यायालय की ओर व परिक्रमा बाईपास मार्ग होते हुए कृषि परिसर तक दीप प्रज्वलन का कार्य सौंपा गया है।
चित्रकूट गौरव कार्यक्रम के लिए ग्रामोदय परिवार की ओर से समन्वयन में लगे विज्ञान व पर्यावरण संकाय के अधिष्ठाता प्रो आई पी त्रिपाठी ने बताया कि स्फटिक शिला से चौराहा तक अभियांत्रिकी संकाय , तिराहा से बीएसएनएल तक कला संकाय, बीएसएनएल से न्यायालय तिराहा होते हुए दीनदयाल उपाध्याय कौशल शिक्षा द्वार तक विज्ञान संकाय, न्यायालय तिराहा से रजौला शासकीय स्कूल तक पर प्रबंधन संकाय, सतना मार्ग में परिक्रमा बाईपास मार्ग होते कृषि परिसर तक कृषि संकाय को दीप प्रज्वलित करने का दायित्व निर्दिष्ट किया गया है।
संकायो के शिक्षक, अधिकारी, कर्मचारी व छात्र – छात्राएं संकायवार चिह्नित छेत्रो में दीप प्रज्वलित करेगें। ग्रामोदय विश्वविद्यालय के मुख्य परिसर स्थित भवनों, नाना जी उपवन, गांधी जी उपवन,प्रशासनिक भवन, रजत जयंती भवन आदि में प्रशासनिक कार्यालयों,अनुभागों,निदेशालयों के अधिकारी- कर्मचारी दीप प्रज्वलित करेगें।मिट्टी के दीपक, रुई की बाती व तेल की व्यवस्था समन्वय का दायित्व इंजी रमा कांत त्रिपाठी को सौंपा गया है।अन्य व्यवस्था के लिए समितिया बना दी गई है।
कुलपति प्रो भरत मिश्रा ने अपने मार्गदर्शक उद्बोधन में कहा कि जनसहयोग व जनसहभागिता से सम्पन्न होने जा रहे चित्रकूट गौरव कार्यक्रम को ऐतिहासिक बनाने के लिए ग्रामोदय परिवार हर सम्भव योगदान करेगा।
इस बैठक में कुलपति प्रो भरत मिश्रा,कुलसचिव प्रो आर सी त्रिपाठी, संयोजक/अधिष्ठाता प्रो आई पी त्रिपाठी , डॉ आंजनेय पांडेय, प्रो डीपी राय, प्रो नंद लाल मिश्रा,इंजी रमा कांत त्रिपाठी, डॉ सीपी गुजर, डॉ जय प्रकाश शुक्ल, डॉ धर्मेंद्र सिंह, सुशील मिश्रा, मुन्नीलाल चतुर्वेदी, डॉ आर के श्रीवास्तव, डॉ कुसुम सिंह, डॉ ललित सिंह, डॉ त्रिभुवन सिंह, डॉ जे पी तिवारी, डॉ प्रसन्न पाटकर, डॉ अभय कुमार वर्मा, डॉ राकेश कुमार आदि मौजूद रहे।