विभिन्न सर्वे एजेंसियों और टीवी चैनल के एग्जिट पोल के अनुसार उत्तर प्रदेश, गोवा और उत्तराखंड भाजपा सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभर सकती है।
निर्वाचन आयोग ने गुरुवार को निर्वाचन अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे 11 मार्च को मतगणना के दिन बज्रगृह से ईवीएम को मतगणना वाले कक्ष में ले जाए जाने की निगरानी के लिए अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरों का प्रबंध करें। आयोग ने अधिकारियों को भेजे पत्र में कहा है, “मतगणना के दिन स्ट्रांगरूम से ईवीएम को काउंटिंग हॉल में ले जाए जाने की निगरानी के लिए अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरों का प्रबंध किया जाए।”
पांच राज्यों-उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में विधानसभा चुनाव के लिए हुए मतदान में ईवीएम में दर्ज मतों की गणना 11 मार्च को होगी। आयोग ने रिटर्निग ऑफिसर की मेज सहित मतगणना की सभी प्रक्रियाओं और गतिविधियों का कवरेज कैमरों के जरिए करने का निर्देश दिया है, ताकि उम्मीदवार और उनके मतगणना एजेंट भी सीसीटीवी पर सारी गतिविधियां देख सकें। आयोग ने यह निर्देश भी दिया है कि जहां स्ट्रांगरूम और काउंटिंग हॉल के बीच ज्यादा दूरी हो, वहां रास्ते को दोनों तरफ से घेर दिया जाए और पूरी सुरक्षा बीच सभी ईवीएम को काउंटिंग हॉल में ले जाया जाए।
गौरतलसब है कि उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर के लिए फरवरी-मार्च में विधान सभा चुनाव के लिए हुए मतदान के एग्जिट पोल के नतीजे गुरुवार (नौ मार्च) को आ गए हैं। विभिन्न सर्वे एजेंसियों और टीवी चैनल के एग्जिट पोल के अनुसार उत्तर प्रदेश, गोवा और उत्तराखंड भाजपा सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभर सकती है। पंजाब में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी में कड़ी टक्कर दिख रही है। वहीं मणिपुर में कांग्रेस को पूर्ण बहुमत मिल सकता है।
देश के सबसे बड़े सूबे में उत्तर प्रदेश में विभिन्न सर्वे में भाजपा को सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरने का अनुमान जताया जा रहा है। सत्ताधारी सपा को चुनाव से पहले कांग्रेस से गठबंधन करने का कोई फायदा शायद नहीं हुआ। वहीं बसपा को पिछले बार से कुछ ही ज्यादा सीटें मिलती दिख रही हैं। इसका मतलब मुस्लिम वोटों सपा और बसपा में बंट जाने से लगाया जा रहा है।