जयपुर. कोरोना (COVID-19) के बढ़ते मामलों को लेकर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) को पत्र लिखा है. मुख्यमंत्री ने केन्द्र सरकार से एकीकृत एसओपी (Integrated SOP) जारी करने की मांग की है. सीएम गहलोत ने चिठ्ठी में लिखा है कि कोविड नियंत्रण को लेकर राज्यों की अलग-अलग रणनीति है इसके चलते राज्यों में समन्वय की कमी है.

उन्होंने कहा कि अंतरराज्यीय मुद्दों मसलन यात्रा के लिए कोविड टेस्टिंग रिपोर्ट की अनिवार्यता, लॉकडाउन, रात्रि कर्फ्यू और शिक्षण संस्थाओं के संचालन जैसे विषयों को लेकर राज्यों में आपसी समन्वय की कमी महसूस की जा रही है. इससे आम लोगों में भी इसे लेकर भय और भ्रम की स्थिति बनी हुई है.
केन्द्र के स्तर से एकीकृत एसओपी जारी हो
सीएम गहलोत ने प्रधानमंत्री से आग्रह किया है कि केन्द्र के स्तर से एकीकृत मानक संचालन प्रक्रिया यानी एसओपी निर्धारित कर इस तरह की स्थिति को दूर किया जाए. पिछले दिनों मुख्यमंत्री निवास में हुई समीक्षा बैठकों में यह आवश्यकता जाहिर की गई थी कि एसओपी को लेकर मुख्यमंत्री द्वारा प्रधानमंत्री को पत्र लिखा जाए.
18 साल से ज्यादा उम्र के सभी लोगों का हो टीकाकरण
सीएम गहलोत ने प्रधानमंत्री से यह भी आग्रह किया है कि 18 साल से ज्यादा आयु वर्ग के सभी लोगों का टीकाकरण शुरू करवाया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि बीते 1 महीने में महाराष्ट्र , गुजरात, पंजाब , कर्नाटक, केरल , तमिलनाडु , छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और राजस्थान समेत देश के लगभग सभी राज्यों में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में अप्रत्याशित बढ़ोतरी हुई है और मरीजों की संख्या फिर से सितंबर 2020 की स्थिति में पहुंच चुकी है.
यंगस्टर सुपर स्प्रेडर साबित हो रहे हैं
सीएम ने कहा कि कोविड नियंत्रण को प्रभावी बनाए जाने के लिए 18 वर्ष से ज्यादा आयु वर्ग के सभी व्यक्तियों का कोविड टीकाकरण शुरू करवाया जाना चाहिए. गौरतलब है कि कोरोना समीक्षा बैठकों में यह मामला भी उठा था. विशेषज्ञों ने कहा था कि यंगस्टर सुपर स्प्रेडर साबित हो रहे हैं और अब 45 वर्ष की आयु सीमा की बाध्यता हटा कर सभी का टीकाकरण शुरू किया जाना चाहिए.